प्यारे दोस्तों,
कोई माने न माने, लेकिन यह बात सच है कि चिट्ठाजगत के बंद हो जाने से ब्लॉगजगत की हस्तियों की रातों की नींद उड़ गई है। बहुत ही परेशान घूम रहे हैं सब के सब। के अब क्या होगा कालिया ? अब तो पता ही नहीं चलेगा के सबसे हॉट पोस्ट किसकी है, धड़ाधड़ वड़ाधड़ सब बंद। इसीलिए बुजुर्ग लोग कह गए हैं के जादा धड़-धड़ भड़-भड़ ठीक नहीं। मगर हमारे बड़े बड़े ब्लॉगर्स मानते कहाँ हैं\ अपने साथ छोटों को भी बिगाड़ डाला। दे दनादन पोस्टें ले दनादन पोस्टें। अरे भैया थोड़ा ठहर ठहर कर नहीं लिख सकते। ताकि लोगों को दूसरों को पढ़ने भी मिले। अपनी अपनी पढ़वा ली बस। आदमी उसी उसी ब्लॉग पर टिप्पणियाँ कर कर के बोर हो जावे तो हो जावे। इनको क्या ? ये तो बस। जाने दो हमारे कहने से भी क्या मानेंगे ? पता नहीं यह चिट्ठाजगत जो कि सबका इतना प्यारा था, कईं गेल्लो ?हा हा।
वो तो भला हो राज भाटिया जी का जो कि ब्लॉग परिवार नाम का एग्रीगेटर बना कर लोगों का काम चलवाए दे रहे हैं, नहीं तो ना जाने क्या होता ब्लॉगरों का ?
5 टिप्पणियां:
किल्लर झपटा जी,
सही कहा आपने सेल सब लोग नम्बर के फेर में पड़े हुए थे .. अरे लिखना है तो निस्वार्थ लिखो
मेरे ब्लॉग पर आप का स्वागत है
ताऊ पहेली 105 का सही जवाब
http://chorikablog.blogspot.com/2010/12/105.html
बनती भाई आप से बड़े बड़े चोर भी इस देश में बहुत से है,
साले सब देश को लूट रहे है, अरे मेरी तरह देश की सेवा भी करो
चिठ्ठाजगत के बंद होने से कईयों को फरक पड़ा है|
आप सही कह रहे हैं भाई ......सबको अपनी अपनी पड़ी है ..चलो राज भाटिया जी का धन्यवाद करें हम ..शुक्रिया
एक बार दर्शन अवश्य दिया करें, हर पोस्ट पर आपकी उपस्थिति अच्छी लगता है.
देशभक्त हिन्दू ब्लोगरो का पहला साझा मंच - हल्ला बोल
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