गुरुवार, 10 फ़रवरी 2011

अब बतलाइए ? खुशदीप सहगल जी खुद को भू - भू (कुत्ता) बोल रहे हैं और आप लोग गालियाँ मुझे देने वाले हो.................................(किलर झपाटा)

अभी अभी खुशदीप सहगल भाईसाहब की एक बहुत ही मज़ेदार पोस्ट कुर्सी पे बैठा एक कुत्ता...खुशदीप  पढ़ी। मज़ा आ गया मगर आप एक बात बताइए ? अचानक हैडिंग पढ़ने से क्या आभास हो रहा है ? हा हा।  अब मेरे को कुछ मत बोलना आप लोग। मैं सिर्फ़ मज़ाक कर रहा हूँ। खुशदीप भैया, दुष्ट बेनामियों के आने के पहले जल्दी इस इंबैलेंस हैडिंग को ठीक करो नहीं तो, मैं नहीं जानता फ़िर !  हा हा जस्ट जोकिंग सीरियसली मत लेना। ओ.के.

11 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

अबे झपाटे तू कब सुधरेगा बे ? बहुत ही ईडियट है तू। तेरा दिमाग बस इन्हीं बातों में लगा रहता है। है ना ? बदमाश कहीं का।

शिक्षामित्र ने कहा…

मैं खुशदीप जी से मिला हूं। सज्जन और समाजसेवी व्यक्ति हैं। यह मात्रिक अशुद्धि प्रतीत होती है।

अरविन्द मिश्र ने कहा…

झपाटा जी बहुत दिनों से कोई पोस्ट नहीं लिखा आपने. कुछ लिखिए महराज. ऐसे कैसे चलेगा?

किलर झपाटा ने कहा…

बहुत जल्दी ही पोस्टें लिखूँगा अरविंद जी। आपके आदेश का पालन होगा। असली में मुझे सब एग्रीगेटर वाले स्पैशली हमारी वाणी ने ब्लैक लिस्ट कर दिया है जिसका मुझे अत्यंत दुख है। और बेनामी लोग मुझे कुछ भी कहें मुझे बुरा नहीं लगता लेकिन मेरे ब्लॉग पर आकर मुझे कोई कोई और ब्लॉगर समझ कर इस स्टाइल से कमेंट करते हैं जैसे मैं समीरलालजी या बवालजी या अनूपजी या डॉ.जमालजी या खुशदीप जी या अरविंद जी या स्क्सेना जी या इन्हीं अन्य में से ही कोई ब्लॉगर हूँ। जस्ट पता लगाने के लिए कि मैं कौन हूँ ? मैने कई बार कुछ बहुत ही गन्दी टिप्पणियाँ हटाई भी तो बेनामी लोग उन्हीं को कट पेस्ट करके फिर से किसी दूसरे के नाम से रिप्लेस कर देते हैं।डॉ. जमाल जी के लिए तो बहुत ही गन्दा गन्दा लिखा है टिप्पणियों में। उनका मैं बहुत सम्मान करता हूँ। कभी कभी उनसे मजाक कर लेता हूँ। पोस्ट भी लिख दी उनको सनकी कहते हुए। मगर वो ठीक वैसे ही सनकी हैं जैसे कि किशोर कुमार दादा या चार्ली चैपलिन। जिनकी सनकों ने इतिहास रच दिया। कहाँ कहाँ की बातें डॉ. साहब शोध करके लिखते हैं उन्हें लोगों को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए इसीलिए उनकी तरफ़ ध्यान खींचने के लिए मैंने ये पोस्टें लिखीं और कुछ भी नहीं। हो सकता है वो मुझसे नाराज हों मगर ही इज़ माय आदरणीय ओनली। मुझे दुख होता उनके और अन्य के लिए इतनी गन्दी गन्दी गालियाँ देखकर। इसीलिए पोस्ट क्या पोस्ट लिखूँ अब।

अरविन्द मिश्र ने कहा…

झपाटा जी आपका ब्लॉग गवाह है कि आपने अपनी तरफ से कुछ भी ऐसा नहीं लिखा जिसे अश्लील कहा जाय. अश्लीलता की निशानियाँ तो केवल टिप्पणियों में हैं. इसलिए दिल छोटा न करते हुए आप अपना कार्य करते रहे. इसी में ब्लॉग जगत की भलाई है. जहाँ तक एग्रीगेटर द्वारा आपका ब्लॉग निकाल देने की बात है तो हम तो कहेंगे कि उससे आपको कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. आप अपने धर्म का पालन करें और लेखन जारी रखें. होंगकोंग में रहते हुए पहलवानी के अलावा अपने देश से जुड़ने का सबसे अच्छा जरिया है आपके पास.

आभार.

बेनामी ने कहा…

अनवर जमाल साला एक नंबर का मादरचोद है.
वो पाकिस्तानी ऐजेँट है
पाकिस्तान से उसको पैसा मिलता.
इसीलिये साला हिन्दु ग्रन्थो के बारे मे गलत सलत लिखता है.
लेकिन अब उसके पाप का घड़ा भरने वाला है

बेनामी ने कहा…

रंडी की औलाद है अनवर जमाल.
साला रांड कही का

बेनामी ने कहा…

जमाल की अम्मा को चोदे हाथी।

बेनामी ने कहा…

जमाल से भी ज्यादा कमीना वो मासूम है.
बाहर से अमन का पैगाम का नाटक करता है
और मन मे हिँदुओ के खिलाफ जहर भरे बैठा है
एक नम्बर का कमीना है ये मासूम
नाम मासूम है लेकिन है बड़ा घाघ
लोगो को इस साँप से सावधान रहना चाहिये

बेनामी ने कहा…

मासूम का भोसड़ा

किलर झपाटा ने कहा…

प्यारे बेनामी भाइयों,
आप लोगों से एक बात पूछूँ ?
आप लोगों में थोड़ी भी इंसानियत नहीं है क्या ?
कितनी गंदी गंदी गालियाँ दे रहे हो यार !! छि: छी:।