किलर झपाटा
शुक्रवार, 4 अप्रैल 2014
एक बार देख तो लो बंधुओं इनको जिताकर
उनको कईयों बार जिताए ।
क्या पाए ? क्या क्या पाए ?
या पाए, वा ना पाए ?
अरे !
इनको भी इक बार जिता दो,
वा पाओ, जो ना पाए !!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें