भाई, हम तो ठहरे महा मट्ठर और ब्लॉग में नए नए। दिमाग कम और शरीर की समझ ज़्यादा। मगर आप लोगों के बीच आ गए तो कहते हैं कि यहाँ पढ़ना भी पड़ता है। अब क्या क्या ? यह अभी कहा नहीं जा सकता। अभी जितना पढ़ा उसमें इस महफ़ूज़ नामक पहलवान ने ख़ासा प्रभावित किया। हम इसे बार बार पहलवान इसलिए कह रहे हैं के यह सिर्फ़ बदन का ही नहीं शब्दों का भी पहलवान मालूम हुआ। क्या क्या बातें दर्ज की हैं भाई अपनी पोस्टों पर। किसी बदन-तराश का यूँ संजीदा होना दिल को छू गया और इस चक्कर आज २०० डिप्स ज़्यादा मारे हमने। अब हमारे शरीर का सारा का सारा हाँग-काँग दर्द कर रहा है। कोई शायराना मलहम बतलाएँ, प्लीज़।
---जय हिंद
60 टिप्पणियां:
क्या बात है बहुत ज़ोरदार पैरवी कर दी आपने किलर झपाटा जी इनकी। महफ़ूज़ भाई हमें भी बहुत पसंद हैं।
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/ब्लॉग जगत की जान हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/ब्लॉग जगत की जान हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/ब्लॉग जगत की जान हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/ब्लॉग जगत की जान हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/ब्लॉग जगत की जान हैं/
बात तो सही है/ महफूज़ भाई पहलवान तो हैं/ब्लॉग जगत की जान हैं/
बहुत ही अच्छा लिखा है आपने ..........
शायरना मलहम तो यह ही है..कि ह्में पढ़ो..और ५०० डिप्स मारो फिर भी पछताओ. :)
अबे चुतिया के महफूज के चमचे कितना मिला है तुझे महफूज से ये पोस्ट करने के लिए, अबे चमचा गिरी बंद कर और कुछ सार्थक कर । नहीं तो ब्लोगिंग मे महफूज की तरह तू भी बहुत दिंन तक टीक नहीं पायेगा चमचा गिरी और झूठ बोलकर , चल अब मान जा । और हाँ तुझे कमेंट का शोक है लगता है तो ले ये ले ।
अबे चुतिया के महफूज के चमचे कितना मिला है तुझे महफूज से ये पोस्ट करने के लिए, अबे चमचा गिरी बंद कर और कुछ सार्थक कर । नहीं तो ब्लोगिंग मे महफूज की तरह तू भी बहुत दिंन तक टीक नहीं पायेगा चमचा गिरी और झूठ बोलकर , चल अब मान जा । और हाँ तुझे कमेंट का शोक है लगता है तो ले ये ले ।
अबे चुतिया के महफूज के चमचे कितना मिला है तुझे महफूज से ये पोस्ट करने के लिए, अबे चमचा गिरी बंद कर और कुछ सार्थक कर । नहीं तो ब्लोगिंग मे महफूज की तरह तू भी बहुत दिंन तक टीक नहीं पायेगा चमचा गिरी और झूठ बोलकर , चल अब मान जा । और हाँ तुझे कमेंट का शोक है लगता है तो ले ये ले ।
अबे चुतिया के महफूज के चमचे कितना मिला है तुझे महफूज से ये पोस्ट करने के लिए, अबे चमचा गिरी बंद कर और कुछ सार्थक कर । नहीं तो ब्लोगिंग मे महफूज की तरह तू भी बहुत दिंन तक टीक नहीं पायेगा चमचा गिरी और झूठ बोलकर , चल अब मान जा । और हाँ तुझे कमेंट का शोक है लगता है तो ले ये ले ।
अबे चुतिया के महफूज के चमचे कितना मिला है तुझे महफूज से ये पोस्ट करने के लिए, अबे चमचा गिरी बंद कर और कुछ सार्थक कर । नहीं तो ब्लोगिंग मे महफूज की तरह तू भी बहुत दिंन तक टीक नहीं पायेगा चमचा गिरी और झूठ बोलकर , चल अब मान जा । और हाँ तुझे कमेंट का शोक है लगता है तो ले ये ले ।
अबे चुतिया के महफूज के चमचे कितना मिला है तुझे महफूज से ये पोस्ट करने के लिए, अबे चमचा गिरी बंद कर और कुछ सार्थक कर । नहीं तो ब्लोगिंग मे महफूज की तरह तू भी बहुत दिंन तक टीक नहीं पायेगा चमचा गिरी और झूठ बोलकर , चल अब मान जा । और हाँ तुझे कमेंट का शोक है लगता है तो ले ये ले ।
अबे चुतिया के महफूज के चमचे कितना मिला है तुझे महफूज से ये पोस्ट करने के लिए, अबे चमचा गिरी बंद कर और कुछ सार्थक कर । नहीं तो ब्लोगिंग मे महफूज की तरह तू भी बहुत दिंन तक टीक नहीं पायेगा चमचा गिरी और झूठ बोलकर , चल अब मान जा । और हाँ तुझे कमेंट का शोक है लगता है तो ले ये ले ।
चल अब मान जा और अच्छा लिख और अपने महफूज से भी कह देना कि ऐसी हरकतें बंद कर दे और फेक आईडी बनाकर अपनी वाह-वाही करना बंद कर दे , अपने बाप से कह देना अब सच बोलना सिख ले नहीं तो बोलती बंद कर दी जायेगी ।
चल अब मान जा और अच्छा लिख और अपने महफूज से भी कह देना कि ऐसी हरकतें बंद कर दे और फेक आईडी बनाकर अपनी वाह-वाही करना बंद कर दे , अपने बाप से कह देना अब सच बोलना सिख ले नहीं तो बोलती बंद कर दी जायेगी ।
चल अब मान जा और अच्छा लिख और अपने महफूज से भी कह देना कि ऐसी हरकतें बंद कर दे और फेक आईडी बनाकर अपनी वाह-वाही करना बंद कर दे , अपने बाप से कह देना अब सच बोलना सिख ले नहीं तो बोलती बंद कर दी जायेगी ।
चल अब मान जा और अच्छा लिख और अपने महफूज से भी कह देना कि ऐसी हरकतें बंद कर दे और फेक आईडी बनाकर अपनी वाह-वाही करना बंद कर दे , अपने बाप से कह देना अब सच बोलना सिख ले नहीं तो बोलती बंद कर दी जायेगी ।
चल अब मान जा और अच्छा लिख और अपने महफूज से भी कह देना कि ऐसी हरकतें बंद कर दे और फेक आईडी बनाकर अपनी वाह-वाही करना बंद कर दे , अपने बाप से कह देना अब सच बोलना सिख ले नहीं तो बोलती बंद कर दी जायेगी ।
जलो सालों जलो , महफूज से जलो.
जलो सालों जलो , महफूज से जलो.
जलो सालों जलो , महफूज से जलो.
जलो सालों जलो , महफूज से जलो.
जलो सालों जलो , महफूज से जलो. जलने वालों की कमी नहीं है.
जलो सालों जलो , महफूज से जलो. जलने वालों की कमी नहीं है.
जलो सालों जलो , महफूज से जलो. जलने वालों की कमी नहीं है.
जलो सालों जलो , महफूज से जलो. जलने वालों की कमी नहीं है.
जलो सालों जलो , महफूज से जलो. जलने वालों की कमी नहीं है.
Sundar Lekh. Badhai.
यहाँ कई लोगों के चुराए हुए लेखन को उजागर किया है.
अबे चुतिया नंदन हरी शर्मा तू किस नजर से देख रहा है, तू भी महफूज के बहुत बड़े चमचो मे से है मुझे पता है , । कर चमचा गिरी और कुछ तो आता नहीं तेरे को तो क्या करेगा , चल यही करके लाईट में बना रह ।
अबे चुतिया नंदन हरी शर्मा तू किस नजर से देख रहा है, तू भी महफूज के बहुत बड़े चमचो मे से है मुझे पता है , । कर चमचा गिरी और कुछ तो आता नहीं तेरे को तो क्या करेगा , चल यही करके लाईट में बना रह ।
अबे चुतिया नंदन हरी शर्मा तू किस नजर से देख रहा है, तू भी महफूज के बहुत बड़े चमचो मे से है मुझे पता है , । कर चमचा गिरी और कुछ तो आता नहीं तेरे को तो क्या करेगा , चल यही करके लाईट में बना रह ।
अबे चुतिया नंदन हरी शर्मा तू किस नजर से देख रहा है, तू भी महफूज के बहुत बड़े चमचो मे से है मुझे पता है , । कर चमचा गिरी और कुछ तो आता नहीं तेरे को तो क्या करेगा , चल यही करके लाईट में बना रह ।
अबे चुतिया नंदन हरी शर्मा तू किस नजर से देख रहा है, तू भी महफूज के बहुत बड़े चमचो मे से है मुझे पता है , । कर चमचा गिरी और कुछ तो आता नहीं तेरे को तो क्या करेगा , चल यही करके लाईट में बना रह ।
अबे चुतिया नंदन हरी शर्मा तू किस नजर से देख रहा है, तू भी महफूज के बहुत बड़े चमचो मे से है मुझे पता है , । कर चमचा गिरी और कुछ तो आता नहीं तेरे को तो क्या करेगा , चल यही करके लाईट में बना रह ।
अबे चुतिया नंदन हरी शर्मा तू किस नजर से देख रहा है, तू भी महफूज के बहुत बड़े चमचो मे से है मुझे पता है , । कर चमचा गिरी और कुछ तो आता नहीं तेरे को तो क्या करेगा , चल यही करके लाईट में बना रह ।
अबे चुतिया नंदन हरी शर्मा तू किस नजर से देख रहा है, तू भी महफूज के बहुत बड़े चमचो मे से है मुझे पता है , । कर चमचा गिरी और कुछ तो आता नहीं तेरे को तो क्या करेगा , चल यही करके लाईट में बना रह ।
50 टिप्पणियाँ हो गईं है…
बहुत उम्दा, सार्थक, गहन अध्ययन वाली टिप्पणियाँ पढ़कर इस ब्लॉग पर कदम रखते ही मैं धन्य-धन्य हुआ… :) :) अब इससे ज्यादा धन्य नहीं होना चाहता… :) :)
सर्मा जी यह benami वही व्यक्ति है. जिसकी पोल आपने खोली थी व् मैंने भी इसके चुराए हुए लेखों के बारे में बताया था. इसको शर्म ही नै अति है. बेशरम है.
सर्मा जी यह benami वही व्यक्ति है. जिसकी पोल आपने खोली थी व् मैंने भी इसके चुराए हुए लेखों के बारे में बताया था. इसको शर्म ही नै अति है. बेशरम है.
इसने मेरे पिताजी श्री देवीधर गुप्ता जी का लेख चुराया था. प्रवीण साह ने इसकी चोरी खोली थी,इसने उस पोस्ट को मिटा दिया है इसने यसवंत मेहता की कविता को अपने नाम से छापा है जो यह उसके कमरे से चुरा लाया था.
यह पोस्ट विवाद हेतु ही लिखी गयी है. अन्यथा ऐसा हो ही नहीं सकता की नया ब्लॉग बना हो और उस पर पहली पोस्ट महफूज के ऊपर हो. यह महफूज के विरोधियों का ही काम है. यह बात समस्त ब्लॉग जगत भी समझ चुका है.
देख लीजिए, यही है ब्लॉग जगत की वास्तविकता, और आप लोग सबको ब्लॉगर बनने को कहते हैं। धिक्कार है। हम पर की गई बेनामी टिप्पणियाँ पढ़कर ही लोग हमसे किनारा करने लगे। हमें फ़ेक कह रहे हैं और ख़ुद फ़ेक रहे हैं। वाह वाह। हम विवादी नहीं खिलाड़ी हैं।
कोई बात नहीं। आज के बाद किसी ब्लॉगर की बड़ाई नहीं करेंगे। सिर्फ़ झपाटे मारेंगे। क्योंकि शायद यहाँ की यही रीत है। अब हमसे आपलोग न कहना के यह पोस्ट विवाद पैदा करने के लिए ही लिखी गई है। धन्यवाद।
महफूज़ जैसे दिलफेंक छिछोरे के भाई लगते हो तुम या कहीं वो तुम्हारा बाप तो नहीं?
दिव्या जी
हमारे महफूज़ से दूर ही रहिये
महिला ब्लोगर महफूज से कैसे पट जाती है ??? बुड्ढी भी उसे पटी रहती है. जापानी तेल का कमाल तो नही
आज की नारी को भी तो एक जिगालो चाहिए न
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